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भारतीय संस्कृति को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करने का अवसर है कोरोना काल

दिनांक 09.06.2020


भारतीय संस्कृति को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करने का अवसर है कोरोना काल

  • प्रकृति का सम्मान करना सिखा रहा है कोरोना काल
  • मनुष्य को अपने सामाजिक और सांस्कृतिक दायित्व समझने होंगे
  • सांची विश्वविद्यालय द्वारा फेसबुक लाइव पर व्याख्यानमाला आयोजित
  • डॉ आशा शुक्ला, कुलपति, बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय महू का व्याख्यान
  • फेसबुक लाइव पर 19वां व्याख्यान बुधवार प्रात: 11 बजे

ऐसे समय में जब पूरा विश्व कोरोना वायरस से प्रभावित है...स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों में क्लासेस नहीं चल पा रही हैं। तब शिक्षा जगत से जुड़े तमाम लोग यह प्रयास कर रहे हैं कि छात्र ज्ञान हासिल करने में पिछड़ न जाएं। तकनीक और मीडिया का भरपूर उपयोग करते हुए ऑनलाइन क्लासेस, लेक्चर, वेबिनार इत्यादि आयोजित किए जा रहे हैं।

सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय भी ऐसी ही कोशिशें कर रहा है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन ऑनलाइन क्लासेस आयोजित की जा रही हैं। शिक्षा जगत और बौद्ध तथा भारतीय दर्शन से जुड़े कई विषयों पर वेबिनार, व्याख्यानमालाएं आयोजित हो रहे हैं। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय के वैकल्पिक शिक्षा विभाग द्वारा 09 जून, 2020 मंगलवार को फेसबुक लाइव पर “भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति विमर्श” की लेक्चर सीरीज़ के तहत 18वां लेक्चर आयोजित किया गया। ‘अकादमिक आधारित सामाजिक दायित्व बोध’ विषय पर मध्य प्रदेश के मऊ स्थित डॉ. बी.आर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ आशा शुक्ला द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया।

डॉ शुक्ला का कहना था कि विश्व के सभी मनुष्य समान हैं और कोरोना वायरस ने सभी को समान रूप से प्रभावित किया है। उनका कहना था कि कोरोना काल ने हमें यह सिखाया है कि हमें प्रकृति का सम्मान करना होगा। कोरोना ने हमें सांस्कृतिक और सामाजिक दायित्व निर्धारित करने का रास्ता बताया है। प्राकृतिक संतुलन, मनुष्य का मनुष्य के प्रति व्यवहार संबंधी शिक्षा पूर्व से ही भारतीय संस्कृति में समाहित है।

डॉ शुक्ला का कहना था कि कोरोना ने भारत के प्रत्येक नागरिक को ये मौका उपलब्ध कराया है कि वो भारतीय संस्कृति से पूरी दुनिया के लोगों को उन सभी माध्यमों से अवगत कराएं जो आज उपलब्ध हैं।

“भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति विमर्श” व्याख्यानमाला के तहत सांची विश्वविद्यालय द्वारा कल यानी बुधवार 10 जून, 2020 को प्रात: 11 बजे फेसबुक लाइव पर “वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विद्यालयी शिक्षा का द्वंद” विषय पर गया स्थित दक्षिणी बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्कूल शिक्षा विभाग के अधिष्ठाता और विभागध्यक्ष प्रो. कौशल किशोर अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। इस व्याख्यान को फेसबुक लाइव पर देखने के लिए कृपया https://www.facebook.com/sanskriti.vimarsh/ लिंक पर क्लिक करें।

लाइव स्ट्रीम होने के बाद यह लेक्चर और “भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति विमर्श” व्याख्यानमाला के तहत आज दिनांक तक प्रस्तुत किए गए समस्त लेक्चर देखे जा सकते हैं।