दिनांक 10.02.2020
‘सकारात्मक सोच से ही दूर होता है अवसाद’
- सांची विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान का अयोजन
- तनाव दूर करने के लिए बताए योग के कई आसन
- ‘मेडिटेशन और श्वास नियंत्रण तनाव दूर करने में कारगर’
सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में आज एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय के योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम नारायण तिवारी ने “तनाव और अवसाद को दूर करने के लिए योग” विषय पर अपना व्याख्यान केंद्रित किया। इस व्याख्यान में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के अलावा शिक्षक और अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित हुए।
डॉ ओम तिवारी ने बताया कि आज के दौर में बड़ी संख्या में लोग अपने शरीर और मन-मस्तिष्क में तनाव ले रहे हैं। ऐसी स्थिति में योग बेहद कारगर हो सकता है। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को ध्यान करने के तरीके बताए और कुछ छोटी-छोटी टिप्स बताईं।
डॉ तिवारी का कहना था कि सिटिंग जॉब्स करने वाले लोग भी तनाव वो दूर करने के लिए अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही एक दो आसन कर सकते हैं। उनका कहना था कि आंखें खोलकर भी मेडिटेशन किया जा सकता है और बीच-बीच में ब्रीदिंग एक्सरसाइज़(सांसों पर नियंत्रण)कर तनाव को दूर कर सकते हैं। उनका कहना था कि लोगों को प्रत्येक दिन अपने स्वयं के लिए आधे घंटे समय निकालना चाहिए जिसमें वो योग करें जिससे तनाव को दूर किया जा सकता है।
अवसाद को दूर करने के लिए उनका कहना था कि व्यक्ति को चाहिए कि वो सभी के लिए अपनी सोच को सकारात्मक रखे और अपने आप को प्रकृति से जोड़ कर रखे।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ ओ.पी बुधोलिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।