- अकादमिक सत्र 2021-22 की प्रवेश सूचना जारी
- एमए, एमएससी, एमएफए और लाइब्रेरी पाठ्यक्रम शुरु
- 32 विषयों मे एडवांस सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्सेस भी
- लाइब्रेरी साइंस में भी कोर्स, नई शिक्षा नीति के अनुरूप कोर्सेस
सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश शुरु हो गया है। अकादमिक सत्र 2021-22 के लिए विश्वविद्यालय ने एमए, एमएफए, एमएससी, एमएलआईएस, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स में योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे है। इस सत्र में 32 स्पेशल सर्टिफिकेट कोर्स शुरु हो रहे हैं जो नई शिक्षा नीति के अनुसार तैयार किए गए हैं। इच्छुक उम्मीदवार 25 अगस्त तक फॉर्म भर सकेंगे और 31 अगस्त के बाद मेरिट आधार पर प्रवेश सूची बनेगी। कोरोना के चलते विवि द्वारा प्रवेश परीक्षा के स्थान पर मेरिट को आधार बनाने का निर्णय लिया गया है।
प्रवेश के इच्छुक उम्मीदवार सांची विवि की वेबसाइट www.sanchiuniv.edu.in पर जाकर एडमिशन से जुड़ी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है एवं मेरिट लिस्ट का प्रकाशन 31 अगस्त तक संपन्न होगा। छात्र, प्रवेश से जुड़े किसी सवाल या फॉर्म भरने से जुड़ी समस्याओं के संबंध में admission@subis.edu.in पर ई-मेल से संपर्क कर सकते हैं।
इस बार बौद्ध अध्ययन, वैदिक अध्ययन, भारतीय दर्शन, योग, भारतीय चित्रकला एवं भारतीय शिक्षा और सर्वांगीण विकास के साथ-साथ धर्म, संस्कृति, विभिन्न पारंपरिक हीलिंग पद्धतियों, भारतीय संत परंपरा, वैदिक कर्मकांड, चीन और भारत के सांस्कृतिक संबंध, स्वामी विवेकानंद की वैश्विक दृष्टि, योग निद्रा, योग एवं पंचकर्म, भारतीय शिक्षण पद्धति, नाड़ी शास्त्र परिचय, खगोल विज्ञान, बौद्ध विहारों में आचरण पद्धति, प्राचीन भारतीय कला जैसे 32 विभिन्न विषयों पर प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम शुरु किए जा रहे हैं जिनमें प्रवेश लिया जा सकता है। ये विषय जनमानस की रुचि से जुड़े है।
सांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ नीरजा गुप्ता ने कहा कि सांची विश्वविद्यालय को उच्चकोटि के रिसर्स के साथ जनमानस की जिज्ञासा को पूरी करने का माध्यम भी बनाया जा रहा है जिससे यह संस्थान अपने उद्देश्य को पूरा कर सके। सांची विश्वविद्यालय बौद्ध और भारतीय प्राचीन ज्ञान की पुनर्स्थापना और उसमें शोध एवं संवाद को बढ़ावा देने पर भी काम कर रहा है।