दिनांक 27-02-2019
- सांची विश्वविद्यालय के छात्रों से किया संवाद
- विश्वविद्यालय के विदेशी छात्रों से भी की बातचीत
- मध्य प्रदेश के भ्रमण पर हैं नागालैंड छात्रों की टीम
- नागालैंड के विभिन्न पॉलीटेक्निकों का है यह छात्र दल
- प्रदेश की संस्कृति और इतिहास के विषय में जाना
नागालैंड के 12 छात्रों ने आज सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत ये छात्र 25 से 28 फरवरी तक मध्य प्रदेश के भ्रमण पर हैं। उत्तर पूर्व राज्य के इन छात्रों को प्रदेश के ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों में ले जाया जा रहा है। इसी कड़ी में नागालैंड के विभिन्न पॉलीटेक्निकों से चयनित ये 12 छात्र और दो प्राध्यापक सांची विश्वविद्यालय पहुंचे थे।
इन छात्रों ने सांची विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया और एक दूसरे की संस्कृति के बारे में जाना। ये छात्र पॉलीटेक्निक के विभिन्न विभागों में पढ़ाई करते हैं। इनमें सिविल इंजीनियरिंग, फूड टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस इत्यादि विषय में पढ़ाई करने वाले छात्र हैं। कंप्यूटर साइंस विभाग के छात्र Jessi(जेसी)ने बताया कि नागालैंड में दरअसल 16 विभिन्न जनजातियां रहती हैं। इन सभी की अपनी भाषा और अपनी संस्कृति है। जिन्हें मूल रूप से नागा जनजाति(Naga Tribes) के नाम से जाना जाता है। सांची विश्वविद्यालय के चीनी भाषा विभाग में पढ़ाई कर रहे ITBP (भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस) के जवान टी मयारसंग ने विश्वविद्यालय के बारे में नागालैंड छात्रों को बताया। टी मयारसंग मिज़ोरम के रहने वाले हैं और वे भी नागा जनजाति से हैं।
सांची विश्वविद्यालय में नागालैंड के इन छात्रों का स्वागत अधिष्ठाता डॉ नवीन मेहता ने किया। नागालैंड के इन छात्रों ने विश्वविद्यालय की केंद्रीय लाइब्रेरी में भी कुछ समय बिताया। इन छात्रों की रुचि संस्कृत, बौद्ध दर्शन के विषय की किताबों में दिखाई दे रही थी। छात्रों ने इन विषयों की पुस्तकों में जिज्ञासा प्रदर्शित की। इन सभी ने काफी खुलकर सांची विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत की और मध्य प्रदेश की संस्कृति तथा सांची विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों के विषय में जानकारी ली।
नागालैंड के छात्रों और शिक्षकों ने सांची विश्वविद्यालय के उद्यान के भ्रमण किया और फूलों से भरे बाग का आनंद उठाया और विश्वविद्यालय कैंपस में लगे बेर के पेड़ों से खट्टे-मीठे बेर तोड़कर भी खाए। विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे विएतनाम, थाइलैंड, नेपाल और अन्य देशों के विदेशी छात्रों के साथ भी बातचीत कीऔर विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों के बारे में उत्सुकता से जानकारी ली।
नागालैंड के इन छात्रों को मध्य प्रदेश सरकार के विशेष अतिथियों की तरह राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में ठहराया गया है। विश्वविद्यालय के भ्रमण के बाद इन छात्रों को सांची स्तूप भी ले जाया गया। नागालैंड के इन छात्रों ने संवाद के दौरान बताया कि भोपाल के बड़े तालाब में क्रूज़ की राइड के दौरान इन लोगों ने जमकर मस्ती की।