दिनांक 26-01-2019
- छात्रों ने बताया कैसे बन सकता है भारत विश्व शांति का अग्रदूत
- अधिष्ठाता डॉ मेहता ने छात्रों को बताया संविधान के सम्मान का महत्व
- सभी क्षेत्रों में शोधों के माध्यम से ही तरक्की कर सकता है भारत- डॉ मेहता
सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्यन विश्वविद्यालय में 70वे गणतंत्र दिवस के मौके पर ध्वजारोहण किया गया। रायसेन, बारला स्थित विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता डॉक्टर नवीन मेहता ने तिरंगा फहराया। ध्वजारोहण के बाद छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रस्तुतियां दीं। डॉ मेहता ने इस मौके पर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों और छात्रों को संविधान की एहमियत के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान देश के सभी नागरिकों को एक समान और एक बराबर होने का दर्जा देता है। डॉ नवीन मेहता ने कहा कि छात्रों को चाहिए कि वे अपनी उच्च शिक्षा और शोध के माध्यम से नई-नई खोजें करें ताकि हमारा राष्ट्र विज्ञान, यांत्रिकी, चिकित्सा और दर्शन के क्षेत्र में पूरे विश्व में सबसे आगे रह सके।
विश्वविद्यालय में बौद्ध दर्शन और भारतीय दर्शन पर पीएचडी तथा एमफ़िल कर रहे छात्रों ने दर्शन के विषयों पर की जा रही विभिन्न शोधों के विषय में बताया। बौद्ध दर्शन से पीएचडी कर रहे छात्र उमाशंकर ने बताया कि कैसे बौद्ध और भारतीय दर्शन के विषयों को आधार बनाकर की जाने वाली शोधों के ज़रिए भारत पूरी दुनिया में विश्व शांति का अग्रदूत बन सकता है।
विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के छात्रों ने राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दी। विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती रेनू तिवारी और कुलसचिव श्री अदिति कुमार त्रिपाठी ने छात्रों और कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी।