13.09.2022
सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विवि की सामान्य परिषद बैठक संपन्न
विवि को अंतरराष्ट्रीय बनाने हेतु कई निर्णय
विवि परिसर के दूसरे चरण को मंजूरी
अप्रवासी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस , खजुराहो लिटरेचर फैस्टिवल को मंजूरी
मार्च में होगा अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन
सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद की बैठक मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुई। विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराते हुए कुलपति डॉ नीरजा गुप्ता ने विवि परिसर के प्रथम चरण के तीव्र निर्माण के आलोक में दूसरे चरण की अनुमति मांगी, जिसे स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने डीपीआर बनाने की स्वीकृति दी। 6 एवं 7 जनवरी 2023 को अप्रवासी भारतीयों और अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में कार्य कर रही अप्रवासी भारतीय संस्थाओं की अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को भी साधारण सभा ने सहमति प्रदान की।
साधारण सभा की बैठक में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सांची विवि के कुलगीत को जारी किया। कुलगीत के बोलों से प्रसन्न मुख्यमंत्री ने इसकी गीतकार और सांची विवि की कुलपति का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
विवि के कुलाधिपति और विख्यात बौद्ध संत समदोंगे रिनपोचे ने बौद्ध और सनातन धर्म से जुड़ी अपार संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि संपूर्ण विश्व में इसकी मांग बढ़ रही है। सांची विवि पर संपूर्ण विश्व की शांति समृद्धि और वैचारिक समाधान में योगदान देने का अवसर है। उन्होने मुख्यमंत्री द्वारा दार्शनिक और प्राचीन भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए कार्य करने हेतु धन्यवाद भी दिया। मुख्यमंत्री ने समदोंगे रिनपोचे का स्वागत किया।
सांची विवि को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से फंड नहीं मिलने के मसले पर मुख्यमंत्री ने पहल करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं यूजीसी चेयरमैन से मिलकर हल निकालने का आश्वासन भी दिया। उन्होने मार्च में अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन करने पर भी सहमति व्यक्त की।
सांची विवि को खजुराहो लिटरेचर फेस्टिवल 2023 की मेजबानी देते हुए मुख्यमंत्री ने इसे नई ऊचाईयां देने की बात कहीं। इंडोलॉजी पर आईसीसीआर के साथ अंतरराष्ट्रीय क़ॉन्फ्रेंस करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृत किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का काम संस्कृति, धर्म परंपरा और जीवन मूल्यों को भी पुष्पित पल्लवित करना होता है। आने वाले वक्त में भौतिकता से दग्ध विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति ही आगे की राह दिखाएगी और इस हेतु सांची विवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व करना चाहिए।
साधारण सभा में संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कुलपति और विवि द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की एवं अंतरराष्ट्रीय सर्किट में सांची विवि की संभावनाओं के लिए काम करने का आव्हान किया। उन्होने मुख्यमंत्री को सांस्कृति राष्ट्रवाद संकल्पना का युगपुरुष बताया।
साधारण परिषद की बैठक में उपाध्यक्ष और कुलाधिपति प्रो समदोंगे रिनपोचे, सदस्य महर्षि अभय कात्यायन, नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रो वैद्यनाथ लाभ, श्री कपिल तिवारी, श्री उमेश उपाध्याय के साथ ही अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री शैलेद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री मनोज गोविल, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला एवं कुलसचिव प्रो अलकेश चतुर्वेदी शामिल हुए।