सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की साधारण परिषद बैठक संपन्न
दिनांक : 21 दिसंबर 2021
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित ब्रॉन्ड बनाने के प्रयास होंगे
- शोध के नए प्रतिमान कायम करने बनेगी बौद्धिक पीठ
- आम जनता के लिए बौद्ध-भारतीय ज्ञान के कैप्सूल कोर्सेस शुरु होंगे
सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद की बैठक में विवि से संबंधित कई अहम फैसले किए गए। संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सांची विवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बौद्ध और भारतीय ज्ञान के शोध क्षेत्र में स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि 21वी सदी भारत की है और बौद्ध और भारतीय दर्शन के क्षेत्र में सांची विश्वविद्यालय को स्थापित ब्रॉंड बनाने के लिए पर्यटन, विपश्यना और योग के आवासीय पाठ्यक्रम शुरू करना चाहिए। संस्कृति मंत्री का कहना था कि सांची विश्वविद्यालय को पर्यटन विभाग के साथ भी टाई अप करके प्राचीन पाठ्यक्रम हेतु प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पूरी दुनिया को समझ आ गया है कि वैदिक जीवन पद्धति ही जीवन की सही राह है। संस्कृति मंत्री द्वारा सांची विश्वविद्यालय को केंद्र सरकार द्वारा बुधिस्ट सर्किट की समिति में जोड़ने के कुलपति के प्रयासों की सराहना करते हुए शासन से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया गया।
परिषद सदस्य श्री उमेश उपाध्याय ने अपनी संस्था NEWZ द्वारा विश्वविद्यालय को सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म पर स्थापित करने और सोशल मीडिया लैब खोलने की घोषणा की। उन्होने कहा कि सांची की ब्रॉन्ड वैल्यू बहुत बड़ी है और इसे प्रचारित-प्रसारित करने की आवश्यकता है। नवनालंदा विवि के कुलपति प्रो लाभ ने कहा कि लुप्तप्राय विद्याओं हेतु विवि को प्रयास करना चाहिए। उन्होने ज्यादा प्राध्यापकों की नियुक्ति हेतु भी प्रस्ताव रखा।
कुलपति एवं सामान्य परिषद की सदस्य सचिव डॉ नीरजा गुप्ता ने सामान्य परिषद सदस्यों को नए पाठ्यक्रमों एवं विवि की प्रगति से अवगत कराया। उनके द्वारा प्रस्तुत बौद्धिक पीठ की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूर किया गया। लुप्तप्राय किताबों के पुनर्प्रकाशन के कुलपति के प्रस्ताव पर भी समिति बनाकर लागू करने की अनुमति सामान्य परिषद द्वारा दी गई।
इस बैठक में केंद्रीय नव नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बैद्यनाथ लाभ, केंद्रीय तिब्बत संस्थान के कुलपति प्रो वांगचुक नेगी, पद्मश्री श्री कपिल तिवारी, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो केटीएस सराव, वरिष्ठ शिक्षाविद महर्षि अभय कात्यायन, वरिष्ठ पत्रकार श्री उमेश उपाध्याय, मध्य प्रदेश वित्त विभाग के सचिव श्री भास्कर लक्षकार सम्मिलि हुए। सांची विवि के कुलसचिव प्रो अलकेश चतुर्वेदी द्वारा सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया।