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- अपने नवनिर्मित भवन में शिफ्ट हुआ सांची विश्वविद्यालय
- कुलपति प्रो. वैद्यनाथ लाभ ने किया लोकार्पण
- सांची विश्वविद्यालय को नव वर्ष में नई सौगात
- सलामतपुर स्थित 120 एकड़ में फैला है परिसर
सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में शिफ्ट हो गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वैद्यनाथ लाभ व कुलसचिव प्रो. अलकेश चतुर्वेदी ने विश्वविद्यालय के इस भवन में फीता काटकर वैदिक व बौद्ध पूजा पद्धतियों के साथ प्रवेश किया। 120 एकड़ में फैले कैंपस के एक हिस्से में सबसे पहले तैयार हुए मैत्रेयी कन्या छात्रावास में विश्वविद्यालय के अकादमिक व प्रशासनिक कार्यालय को शिफ्ट कर दिया गया। कक्षाएं भी तत्काल इसी इमारत में जाएंगी। फिलहाल लाइब्रेरी व परीक्षा शाखाएं भी इसी इमारत में शिफ्ट की गई हैं।
कुलपति प्रो. लाभ ने मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव व संस्कृति मंत्री श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी को नव निर्मित भवन सांची विश्वविद्यालय को दिए जाने का धन्यवाद ज्ञापित किया।
सलामतपुर-सांची स्थित इस परिसर में गर्ल्स हॉस्टल, ब्वॉयज़ हॉस्टल, लाइब्रेरी, अकादमिक बिल्डिंग व एडमिन बिल्डिंग तैयार हो रही हैं। ऐसी आशा की जा रही है कि आने वाले 6 महीनों में बाकी इमारतों का हैंडओवर भी सांची विश्वविद्यालय को मिल जाएगा। इसी परिसर में खेल मैदान व अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए रिहायशी इमारतें भी निर्मित होंगी।
सलामतपुर परिसर में सांची विश्वविद्यालय के भवनों का निर्माण मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के द्वारा किया जा रहा है। सांची स्थित एमपीटी गेटवे रिट्रीट के पीछे स्थित भवन में विश्वविद्यालय पिछले दो वर्षों व इससे पूर्व सात वर्षों तक बारला स्थित परिसर से संचालित हो रहा था।
भवन के उद्घाटन के बाद कुलपति प्रो. लाभ व कुलसचिव प्रो. चतुर्वेदी ने सभी छात्रों, शिक्षकों व अधिकारियों-कर्मचारियों को नव निर्मित भवन में शिफ्ट होने पर बधाई के साथ-साथ नव वर्ष की बधाई दी।
इस अवसर पर प्रो. लाभ का कहना था कि नए परिसर में विश्वविद्यालय अपनी पूर्ण व्यापकता के साथ कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय आगामी अकादमिक सत्र से कई नए पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करेगा। सांची, रायसेन, विदिशा, भोपाल के छात्र शासकीय दरों पर काफी कम खर्च में उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम का लाभ उठा सकेंगे।