18.01.2021
यूजीसी की टीम ने किया सांची विश्वविद्यालय का दौरा
- चार सदस्यीय विशेषज्ञ दल ने शिक्षकों और छात्रों से बातचीत की
- 3 वरिष्ठ प्रोफेसर और अनुदान आयोग के अधिकारी थे सम्मिलित
- सुविधाओं, छात्रवृत्ति, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के बारे में ली जानकारी
- सभी कर्मचारियों से भी की एक-एक कर मुलाकात
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यू.जी.सी की टीम सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय पहुंची। सांची विश्वविद्यालय को यू.जी.सी के 12(बी) श्रेणी में सम्मिलित किए जाने के उद्देश्य से यह 4 सदस्यीय टीम दो दिनों के लिए आई थी। इस टीम में 3 वरिष्ठ प्रोफेसर और एक यू.जी.सी के अवर सचिव स्तर के अधिकारी सम्मिलित थे। शनिवार और रविवार को टीम ने विश्वविद्यालय के रायसेन बारला स्थित अकादमिक परिसर में भ्रमण किया और प्रत्येक शिक्षक से अलग-अलग बातचीत कर अधोसंरचना, पाठ्यक्रमों, परीक्षा व्यवस्था, छात्रों को प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति, हॉस्टल सुविधा, कक्षाओं, लाइब्रेरी सुविधा, वाई-फाई, इंटरनेट, शोध के लिए आवश्यक जर्नल, ऑनलाइन कोर्सों, खेल इत्यादि के विषय में सीधे जानकारी ली।
कविकुल गुरु कालीदाससंस्कृत विश्वविद्यालय,रामटेक, महाराष्ट्र के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वेरखेड़ी की अध्यक्षता में सांची विश्वविद्यालय पहुंची टीम में बनारस हिंदु विश्वविद्यालय के इतिहास एवं पुरातत्व विभाग की प्रमुख प्रो. पुष्पलता सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन विभाग के प्रो. के.टी.एस सराव और यू.जी.सी के समन्वयक अधिकारी के रूप में अवर सचिव डॉ. नरेश शर्मा शामिल थे।
यू.जी.सी की टीम ने विश्वविद्यालय के प्रत्येक हॉस्टल, क्लासों, ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस, मैस इत्यादि को देखा और विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों से बातचीत की। सांची विश्वविद्यालय के कुलपति व म.प्र शासन संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला, कुलसचिव श्री अदिति कुमार त्रिपाठी से बातचीत कर विश्वविद्यालय के प्रस्तावित भवन के बारे में बातचीत की और उसकी कार्ययोजना, बजट, म.प्र. सरकार से मिल रहे अनुदान इत्यादि के बारे में जानकारी ली।
यू.जी.सी के इस दल ने विश्वविद्यालय के कुछ पाठ्यक्रमों के बारे में सलाह भी दी। टीम के द्वारा बताया गया कि किन अन्य विषयों को ऑनलाइन पाठ्यक्रम के रूप में सम्मिलित किया जा सकता है। इस टीम ने विश्वविद्यालय के समस्त कर्मचारियों से भी एक-एक कर भेंट की और प्रत्येक के कार्य के विषय में जाना।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की इस टीम ने सांची विश्वविद्यालय के सलामतपुर स्थित प्रस्तावित परिसर का भी दौरा किया। म.प्र. सरकार द्वारा सांची विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए सलामतपुर में 120 एकड़ ज़मीन का आवंटन किया गया है। यू.जी.सी की टीम ने प्रस्तावित परिसर पर लगे बोधि वृक्ष के भी दर्शन किए। यह बोधि वृक्ष पौधे के रूप में 2012 में श्रीलंका तत्कालीन राष्ट्रपति श्री महिंदा राजपक्षे साथ लेकर आए थे और उन्होंने इसे यहां लगाया था।
किसी भी विश्वविद्यालय के यू.जी.सी की 12(बी) सूची में सम्मिलित हो जाने पर उसे केंद्रीय सहायता प्राप्त होने लगती है।