भोपाल में दो दिवसीय राष्ट्रीय युवा इतिहासकार संगोष्ठी
-इतिहास पाठ्यक्रम: वर्तमान परिप्रेक्ष्य व चुनौतियाँ विषय पर संगोष्ठी
-संगोष्ठी में 5 सत्रों में पेश होंगे 150 से ज्यादा शोध प्रपत्र
-भारत के इतिहास के विभिन्न पहलुओं पर होगा चिंतन मनन
सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति द्वारा छठवीं वार्षिक युवा इतिहासकार संगोष्ठी का आयोजन 7 और 8 मई को भोपाल में किया जा रहा है। ’इतिहास पाठ्यक्रम: वर्तमान परिप्रेक्ष्य व चुनौतियाँ‘‘ विषय पर केंद्रित इस संगोष्ठी में भारत के प्रामाणिक इतिहास लेखन, तथ्य संकलन, इतिहास और दर्शन पुनर्लेखन, शोध के क्षेत्र में कार्य करनेवाले युवा इतिहासकार जुट रहे हैं। देश के युवा वर्ग में से इतिहास में रुचि रखने वाले शोधार्थी/विषय विशेषज्ञों का ऐसा मंच तैयार करने पर जोर है जो इतिहास में शोध की शास्त्रीय विधि से परिचित हो और भारतीय इतिहास के विभिन्न आयामों पर भारतीय प्राथमिक स्त्रोतों के आधार पर इतिहास लेखन करें।
भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद एवं भारतीय दर्शन परिषद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में 5 सत्रों में 150 से ज्यादा शोध पत्र पढे जाएंगे। एनसीईआरटी का कक्षा 12 तक पाठ्यक्रम,स्नातक इतिहास का पाठ्यक्रम, यूजीसी का पाठ्यक्रम, भारतीय शिक्षा नीति और भारतीय इतिहास विभाजन के विभिन्न आय़ामों पर केंद्रित इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में इतिहास संकलन समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ बालमुकुंद, प्रो. रजनीश शुक्ल, प्रो कपिलदेव मिश्र, प्रो सच्चिदानंद मिश्रा और प्रो हिमांशु चतुर्वेदी सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांची विवि की कुलपति डॉ नीरजा गुप्ता करेंगी। सांची विवि के कुलसचिव और कार्यक्रम के स्थानीय संयोजक प्रोफेसर अलकेश चतुर्वेदी ने कार्यक्रम संबंधी जानकारी दी।