अपने भृत्य से माफी मांगी थी डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने
अपने भृत्य से माफी मांगी थी डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने
- सांची विश्वविद्यालय में डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्म दिवस पर विशेष परिचर्चा
- बेहद सादगी से रहते थे राजेंद्र बाबू
- बिहार में 4 विश्वविद्यालयों को स्थापित कराया था डॉ. प्रसाद ने
सांची विश्वविद्यालय में बुद्ध पूर्णिमा का आयोजन
सांची विश्वविद्यालय में बुद्ध पूर्णिमा का आयोजन
- सुशासन पर महात्मा बुद्ध की शिक्षा और नियम पर केंद्रित विशिष्ट व्याख्यान
- आज के विश्व को युद्ध नहीं बुद्ध चाहिए
सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में महात्मा बुद्ध के 2567 वें जन्मदिन पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। सुशासन पर महात्मा बुद्ध की शिक्षा और सिद्धांत पर कल्याणी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो दिलीप कुमार मोहंता ने बुद्ध की शिक्षाओं की प्रांसगिकता समझाते हुए कहा कि बुद्ध आशा की किरण है। उन्होने कहा कि बुद्ध संपत्ति का समाज में बराबर वितरण के पक्षधर थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उद्धृत करते हुए डॉ मोहंता ने कहा कि दुनिया को युद्ध नही बुद्ध चाहिये।
बुद्ध की शिक्षा में लोककल्याण और आचरण की शुद्धता पर विशेष जोर देते हुए प्रो दिलीप कुमार मोहंता ने कहा कि भगवान बुद्ध का मध्यम मार्ग से ही दुनिया आगे बढ़ सकती है। डॉ मोहंता ने कहा कि भ्रष्टाचार के पीछे मूलतः तीन मुख्य कारण होते है जिनमें लोभ, द्वेष और मोह है। यदि इन तीन हेतुओं को हटा दिया जाये तो सुशासन स्थापित हो सकता है। उन्होने त्रिपिटक में उद्धृत चक्रवर्ती महासिंघनाद सूत्र में वर्णित सुशासन के सिद्धांत बताते हुए कहा कि राजा को लोककल्याण हेतु कार्य करना चाहिए।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कैलाश जी ने कहा कि बुद्ध का जीवन समाज का जीवन है और उन्होने अपने व्यवहार से जीवन जीने की राह दिखाई है। कार्यक्रम के अध्यक्ष और कुलसचिव प्रो अलकेश चतुर्वेदी ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र में मध्यममार्ग ही उचित है। अतिवाद और उदारवाद दोनों ही व्यवस्था लंबे समय में कारगर नहीं होती है।
सांची विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए अब तक 1 लाख छात्रों ने भरे फॉर्म
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केंद्रीय प्रवेश परीक्षा CUET(PG)माध्यम से होना है प्रवेश
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05 मई तक आवेदन कर सकते हैं छात्र
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5-12 जून के मध्य होगी विभिन्न विषयों की प्रवेश परीक्षा
क्र. |
विषय |
संख्या |
1. |
वैलनेस एंड डाइटेटिक्स एंशियंट इंडियन प्रेक्टिस |
15307 |
2. |
मल्टीमीडिया |
14828 |
3. |
एंशियंट इंडियन पॉलिटिकल साइंस |
12280 |
4. |
अंग्रेज़ी |
8463 |
5. |
इकोनॉमिक्स |
8006 |
6. |
इतिहास |
7532 |
7. |
जर्नलिज़म एंड मास कम्यूनिकेशन |
5227 |
8. |
साइकोलॉजी |
5041 |
9. |
पीस स्टडीज़ एंड पॉलिसी फॉर्मेशन |
4155 |
इसके अलावा भारतीय दर्शन विषय में 1191, बौद्ध दर्शन में 173, वैकल्पिक शिक्षा में 2236, मिलिट्री साइंस एंड फॉरेंसिक साइंस में 3669, एंथ्रोपोलॉजी में 823, इंडियन पेंटिंग में 319, हिंदी में 3013, संस्कृत में 790, थेरेप्यूटिक योगा में 650, स्कल्पचर में 535, म्यूज़ियोलॉजी में 184 छात्रों ने प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए आवेदन किए हैं। विदेशी भाषा के विषयों जैसे, चीनी, फ्रेंच, जर्मन, जापानी, तिब्बती में भी बड़ी संख्या में CUET परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था NTA को आवेदन प्राप्त हुए हैं। कुछ विषयों में तो सांची विश्वविद्यालय को बड़े केंद्रीय विश्वविद्यालयों से ज्यादा फॉर्म प्राप्त हुए है जो छात्रों के बीच विश्वविद्यालय की लोकप्रियता को दर्शाता है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 05 मई तक तकरीबन 2 लाख आवेदन आ सकते हैं।
सांची विश्वविद्यालय में CUET से होगा प्रवेश
- राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की CUETसे जुड़ा सांची विश्वविद्यालय
- विवि के 75 विषयों में CUET परीक्षा से होगा प्रवेश
- CUET आवेदन की अंतिम तिथि 19 अप्रैल 2023
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